जब आप बाजार में फल खरीदते हैं, तो आपने देखा होगा कि उन पर स्टिकर लगे होते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन स्टिकरों का मतलब क्या होता है? इन स्टिकरों पर एक खास कोड नंबर होता है, जिससे फल की पहचान की जाती है। 

स्टिकर वाले फल अधिक चमकदार और उच्च गुणवत्ता वाले लगते हैं। इनकी कीमत भी बिना स्टिकर वाले फलों से ज्यादा होती है।

गुमला के फ़ूड सेफ्टी ऑफिसर  लव कुमार गुप्ता का कहना है की फलों पर लगा स्टीकर कंपनी द्वारा लगाया गया है. इसमें ब्रांडिंग के साथ-साथ कोडिंग भी किया होता है।

 कंपनियां ब्रांडिंग के लिए विशेष रूप से महंगे फलों पर स्टिकर भी लगाती हैं।

 स्टिकर पर फल पर 5 अंक लिखे हैं और पहला अंक 9 से शुरू होता है, तो इस कोड का मतलब है कि फल आर्गेनिक रूप से उगाया गया है।

कोड 8 अंकों से शुरू होता है, तो इसका मतलब है कि यह फल आर्गेनिक रूप से तैयार नहीं किया गया है।

आपको फलों पर लगे स्टीकर पर 4 अंकों का नंबर भी मिले तो इस कोडिंग का मतलब है, ऐसे फल कीटनाशकों और रसायनों की मदद से उगाए गए हैं।

जिन फलों पर कोई स्टीकर नहीं लगा होता है यानी कि वे सामान्य रूप से उगाए गए है और उनकी खेती में कीटनाशकों और रसायनों का भी उपयोग किया गया है।