स्वास्थ्य के लिए विटामिन क्यू आवश्यक है?

हम विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन बी-12 आदि के बारे में बात करते हैं लेकिन हमें यह नहीं पता कि इसका मतलब क्या है और यह क्यों है और इसे कहां से प्राप्त करें, शरीर में इसकी क्या आवश्यकता है आदि…हमें इन सभी विटामिनों की प्रतिदिन आवश्यकता होती है। हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए इन विटामिनों की आवश्यकता होती है। उसके लिए विटामिन की गोलियां लेने की जरूरत नहीं है. क्योंकि विटामिन हमारे दैनिक भोजन से ही मिलते हैं। हालाँकि, बहुत से लोग विटामिन प्राप्त करने के लिए गोलियों पर निर्भर रहते हैं।
Vitamins Chart
विटामिन | प्रमुख स्रोत |
विटामिन A | गाजर, पालक, केला, अंडे, अंगूर, आम, आलू, मक्खन, मछली, दूध। |
विटामिन B | अंडे, दूध, दालें, नारियल, मछली, अमरूद, मेथी, बाजरे का आटा। |
विटामिन B2 | मछली, अंडे, दूध, पनीर, ब्रोकोली, अखरोट, सर्दियों, मक्खन। |
विटामिन बी-1 (थियामिन) | केले, ड्राई फ्रूट्स,मटर, तरबूज, अनाज |
विटामिन B5 | मशरूम,सूरजमुखी के बीज, एवोकाडो,दूध,आलू,ग्रीक योगर्ट,मूंगफली,ब्रोकली,साबूत गेहूं,अंडे,मूंगफली,बादाम,दूध |
विटामिन B6 | मसूर की दाल, बन्द गोभी, केला, ब्रोकोली, सूखी अदरक, सूखा आम, मेथी, तिल। |
विटामिन B7 | शकरकंद, अनाज, चॉकलेट, अंडे की जर्दी, दही, पालक, दूध, नट्स, मांस, भुने हुए सूरजमुखी के बीज |
विटामिन B9 | ब्रोकोली और पालक जैसी हरी पत्तेदार सब्जियां |
विटामिन B12 | मछली, अंडे, दूध, दही, चीज़, सोया उत्पाद, ताजा फल। |
विटामिन C | नारंगी, अमरूद, आमला, ब्रोकोली, गोभी, आलूबुखारा, टमाटर, निंबु, स्ट्रॉबेरी। |
विटामिन D | सूरज की किरणों, दूध, मछली, अंडे, केले, ध्यान से चुनी गई दूध उत्पादों। |
विटामिन E | अखरोट, बादाम, बीज, सोयाबीन तेल, गेहूं के ग्रेन्स, ब्रोकोली, अंडे। |
विटामिन K | पालक, सरसों के तेल, गोभी, ब्रोकोली, मस्टर्ड ग्रीन, मछली, अंडे। |
विटामिन K2 | बीफ़ और पनीर |
विटामिन D3 | फोर्टिफाइड योगर्ट, लिवर, अंडा,संतरा जूस, फोर्टिफाइड मिल्क |
विटामिन H | सूरजमुखी के बीज, शकरकंद, ब्रॉकली, पालक, सैल्मन मछली, दूध, केला |

विटामिन A (बीटा केरोटीन )
ये विटामिन स्वस्थ आखों के लिए तो जरूरी है उसके साथ यह बालों, त्वचा, हड्डियों, दांतों के स्वास्थ्य और मजबूती के लिए भी जरूरी है। साथ ही यह विटामिन A हमारे शरीर में रोगप्रतिकार शक्ति को बढ़ता है और साथ ही रेसिस्टेंट पावर को भी बढ़ता है। शरीर में इस विटामिन की कमी से भूख कम हो सकती है, त्वचा शुष्क हो सकती है और हड्डियाँ कमजोर हो सकती हैं।
इस विटामिन को प्राप्त करने के लिए सोयाबीन दूध, डेयरी उत्पाद (दूध, मक्खन, पनीर आदि), पालक, गाजर, हरी मटर, टमाटर का रस, तरबूज आदि का सेवन करना चाहिए।
विटामिन B-1 (थियामिन)
यह विटामिन शरीर में कार्बोहाइड्रेट को ऊर्जा में बदलने का काम करता है। यह तंत्रिका तंत्र की कार्यप्रणाली को विनियमित करने और पाचन को मजबूत करने का भी काम करता है।
इस विटामिन की कमी होने पर व्यक्ति का ध्यान कहीं भी नहीं लगता है, थोड़ा सा काम करने पर ही कमजोरी और थकान महसूस होने लगती है।
ये विटामिन केले, ड्राई फ्रूट्स,मटर, तरबूज, अनाज का सेवन करना चाहिए।
विटामिन B-2 (रीबो-लेविन)
यह विटामिन शरीर के विकास के लिए बहुत जरूरी है। बाल और नाखून होठों की अत्यधिक खुजली और सूजन को रोकते हैं। शरीर में कार्बोहाइड्रेट की यह ऊर्जा में परिवर्तित करने में सहायक है।
इस विटामिन की कमी से होठों, आँखों और त्वचा में सूजन और जलन हो जाती है। यह विटामिन डेयरी उत्पादों, पालक, मुफ्त आदि में पाया जा सकता है।
विटामिन B-3 (नियासिन)
इस विटामिन का मुख्य कार्य पाचन तंत्र है।और तंत्रिका तंत्र को स्वस्थ रखने के लिए. यह कार्बोहाइड्रेट को भी ऊर्जा में परिवर्तित करता है। यह विटामिन शरीर में खून का थक्का जमने से रोकता है। यही इस विटामिन का मुख्य कार्य है। इस विटामिन की कमी से नाक से खून आना और आंतरिक रक्तस्राव हो सकता है।
इस विटामिन की कमी होने पर थकान, अवसाद, सिरदर्द, जोड़ों में दर्द, भूख न लगना, खून का आना, पेट में सूजन, कमजोरी आदि लक्षण दिखाई देने लगते हैं।
इस विटामिन की कमी को दूर करने के लिए बादाम, गैफिली, मशरूम, मकाई,ब्रोकोली, प्रैट्स, फूलगोभी, हरी सब्जियां, सोयाबीन, जैतून का तेल,आम और दालें खाएं।
विटामिन B (फोलिक एसिड)
इस विटामिन का कार्य शरीर में रक्त कोशिकाओं का निर्माण करना और तंत्रिका तंत्र को ठीक रखना है। यह मानसिक स्वास्थ्य के लिए आवश्यक मस्तिष्क कार्यों का भी समर्थन करता है
इसकी कमी होने पर यह शरीर में खून में पानी लाता है, उसकी पूर्ति करता है, भूख नहीं लगती, वजन कम नहीं होता, सिरदर्द, गुस्सा, भूलने की बीमारी नहीं होती।
इस विटामिन को पाने के लिए हरी सब्जियां, मटर, बीन्स, अनाज, संतरा, गेहूं, ज्वार का सेवन करें।
विटामिन ‘C’ (एस्कॉर्बिक एसिड)
शरीर के अंग एक दूसरे से जुड़े हुए रखकर कार्य सम्हालना इस विटामिन का मुख्य कार्य है। एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है. इसकी कमी होने पर मसूड़ों से खून आता है और दांत ढीले हो जाते हैं।
इस विटामिन को पाने के लिए खट्टे फल खाओ, टमाटर, तरबूज़, आलू, हरा मिर्च और पत्तेदार सब्जियाँ खायें।
विटामिन ‘B-12’
इस विटामिन का कार्य लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण करना और तंत्रिका तंत्र को ठीक रखना है। इस विटामिन की कमी से लकवा हो जाता है।
अनाज और सोयाबीन खाने से ये विटामिन की कमी दूर हो सकती है।
विटामिन ‘D’
इस डी शरीर में फोस्फरस लेवल को बढ़ाने का काम करता है और ये हड्डी को मजबूत रखके स्वस्थ रखता है
इस विटामिन की कमीको दूर करने के लिए आपको सुबह की धूप सेकनी होगी, अनाज ओर दूध में ये विटामिन पाए जाते है।
विटामिन ‘E’
बहार के कणो से बचाने का काम ये विटामिन करता है। बहार के कुछ कण हमारें मेटाबोलिज़म को नुकसान पहुंचाता है।
इस विटामिन की कमी से हमें पेट के रोग होते है।
इसकी कमी को दूर करने के लिए आपको दाल,मूंगफली और ड्राई फ्रूट्स का सेवन करना चाहिए।