डीपफेक टेक्नोलॉजी क्या है? क्यों हो रहे है सेलिब्रिटी इसका शिकार?(What is deepfake technology? Why are celebrities becoming victims of this?)

डीपफेक शब्द डीप लर्निंग से आया है। डीप लर्निंग मशीन लर्निंग का एक हिस्सा है ये एक टेक्नोलॉजी भी आप कह सकते हो।यह कृत्रिम तंत्रिका नेटवर्क पर आधारित है। इस एल्गोरिधम में ढेर सारा डेटा फीड करके नकली कंटेंट को असली कंटेंट में बदल दिया जाता है। एआई का उपयोग सामग्री को डीपफेक करने के लिए किया जाता है। स्कैमर्स लोगों को ब्लैकमेल करने के लिए डीपफेक का उपयोग करते हैं। इसी तरह AI की मदद से. INSTALL वीडियो और फोटो एडिट करके लोगों को परेशान करने के लिए आता है।
डीपफेक वीडियो और फोटो दोनों तरह के हो सकते हैं। इन्हें बनाने के लिए एक विशेष मशीन लर्निंग का इस्तेमाल होता है, जिसे हम डीप लर्निंग कहते हैं। इस प्रकार के लर्निंग में, कंप्यूटर को दो वीडियो या फोटो दिए जाते हैं, जिसे वह देखकर सीखता है, और फिर वह खुद ही उन दोनों को एक ही जैसा बनाने का प्रयास करता है।एक शब्द में कहें तो, डीपफेक एक प्रक्रिया है जिसमें असली इमेजेस और वीडियोज़ को बेहतर फेक फोटो और वीडियो में बदला जाता है। ये फेक फोटो और वीडियो असली लगते हैं, भले ही वे फेक हों।क्युकी AI एक मशीन है उसे सही गलत समज में नहीं आ रही ये मशीने कमांड बेस काम करती है।

बॉलीवुड एक्टर रणवीर सिंह ने कराई FIR
आमिर खान, रश्मिका मंदाना और अब रणवीर सिंह के फर्जी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। रणवीर सिंह को एक राजनीतिक पार्टी का प्रचार करने वाला एक डीपफेक वीडियो मिला। इसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर भी प्रतिक्रिया दी। इस बीच बॉलीवुड एक्टर रणवीर सिंह ने अपने डीपफेक वीडियो को लेकर FIR दर्ज कराई है। साथ ही साइबर क्राइम से शिकायत की जल्द जांच कर कार्रवाई करने का अनुरोध किया गया है। इससे पहले बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्ट आमिर खान भी डीपफेक वीडियो के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा चुके हैं।
रणवीर सिंह एक फैशन शो के दौरान कृति सेनन और मशहूर डिजाइनर मनीष मल्होत्रा के साथ वाराणसी गए थे। इस समय रणवीर सिंह का एक इंटरव्यू वायरल हो रहा है जिसे लेकर सोशल मीडिया पर एक्टर के फैंस के बीच काफी नोकझोंक देखने को मिली। फिर रणवीर सिंह ने डीपफेक वीडियो के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। रणवीर सिंह के इन डीपफेक वीडियो में से एक वीडियो एक राजनीतिक पार्टी का है।
रणवीर सिंह के डीपफेक वीडियो वायरल होने के पीछे का सच
एक डिजिटल रूप से परिवर्तित वीडियो में रणवीर सिंह का नाम लिया जा रहा है, और उसमें उन्हें भाजपा सरकार की आलोचना करते हुए सुना जा सकता है। यह सच है कि इस वीडियो में डिजिटल परिवर्तन किया गया है। मूल वीडियो में, अभिनेता के बारे में बोलते हुए सुना जा सकता है। एक राजनीतिक पार्टी का समर्थन करते हुए रणवीर सिंह का एक वीडियो वायरल हो गया। लेकिन यह वीडियो नकली है क्योंकि अभिनेता के ऑडियो को AI की मदद से बदल दिया गया है। इसके अलावा, वीडियो में आवाज भी रणवीर सिंह की नहीं है।