नीम के पत्तों के आश्चर्यजनक फायदे: स्वास्थ्य का अद्भुत साथी

चैत्रमास में अपने आपको तंदुरस्त रखने का महीना अगर आपको साल भर स्वस्थ रहना है तो चैत्रमास के शरुवात के 10. 15 दिन लगातार आप नीम के 4.5 पते चबाकर खाते हो या फिर आप नीम का ज्यूस पीते हो तो आपको पुरे साल सेहत मिलेगी
नीम की पत्तियों में चमत्कारी औषधीय गुण होते हैं।
नीम की पत्तियों में चमत्कारी औषधीय गुण होते हैं। इन्हें सदियों से दवा के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है। हालांकि इन पत्तियों का स्वाद कड़वा होता है, लेकिन ये गुण हमें कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचाते हैं। इन पत्तियों का इस्तेमाल स्किन के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। इनमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण संक्रमण से बचाते हैं।
प्राचीन काल के हमारे पूर्वज कहते थे की नीम के पते और नीम के कोल को चैत्रमास में खाना चाहिए क्युकी चैत्रमास में लोगो को वातावरण में बदलाव के कारन लोगो को बहुत ज्यादा बुखार आता है। सबसे ज्यादा ऑक्सीजन देने वाला पेड़ में नीम का नाम लिया जाता है स्वाद में कड़वा पर अवससधिय गुणों से भरपूर होता है। नीम के कही गुणों के कारण ऐसे कल्पवृक्ष कहते है। एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर नीम के पते खाने से क्या क्या फायदे होते है।
नीम के पतों के खाने का फायदा
- ब्लड सुगर को कंट्रोल करता है।
- एंटीबैक्टीरियल होने के कारन युवा में होने वाली पिम्पल्स की समस्या को दूर करता है
- पेट में आते को क्लीन करता है।
- मलेरिया के लिए रामबाण है।
- खून को साफ़ करता है।
- सांस संबंधी बीमारी को दूर करता है।
- लगे हुए घाव को ठीक करने में मदद करता है।
- नीम के पते बालो के लिए भी फायदेमंद है।

ब्लड सुगर को कंट्रोल करता है।
अगर आप डायबिटीज के मरीज़ है, तो आपके लिए नीम के पते वरदान से कम नहीं है। आपको हर दिन 4. 5 सुबह खाली पेट नीम के पतों का सेवन करने से आपका ब्लड सुगर कंट्रोल होता है।
एंटीबैक्टीरियल होने के कारन युवा में होने वाली पिम्पल्स की समस्या को दूर करता है।
नीम के पत्तो को अंत्यबैक्टेरिअल कहा जाता है और ये आपकी त्वचा के सम्बंधित सभी बीमारी को दूर करता है।
पेट में आते को क्लीन करता है।
नीम के पत्तों में बहुत अच्छी मात्रा में फाइबर पाई जाती है। यह हमारे पाचन को बेहतर बनाने में मदद कर सकती है, खासकर जिन लोगों को कब्ज की समस्या होती है। नीम के पत्ते मल त्यागने को आसान बना सकते हैं।
मलेरिया के लिए रामबाण है।
मलेरिया से पीड़ित दर्दी को दवा के साथ नीम के पते दिए जाये तो वो बेहद गुणकारी माना जाता है पर इसका सेवन से पहेले एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर ले।
खून को साफ़ करता है।
नीम में ऐसे औषधीय गुण होते हैं जो हमारे शरीर के रक्त को पूरी तरह साफ कर देते हैं। यह रक्त में मौजूद टॉक्सिन को बाहर निकालकर रक्त को स्वच्छ कर देता है। जब रक्त साफ रहेगा तो कोई भी बीमारी होने की संभावना कम होती है।
बालों को मजबूत बनाएं नीम ।
नीम में बहुत सारे प्रभावशाली तत्व होते हैं, जो बालों में जूं के उत्पन्न होने को रोकते हैं। साथ ही, नीम में निम्बिडिन नामक विशेष तत्व होता है, जो बालों में रूसी को रोकता है।
नीम के पतों से नुकसान
अगर नीम को उचित मात्रा में इस्तेमाल किया जाए, तो इसे सामान्यतः स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित माना जाता है। हालांकि, अगर इसे अधिक मात्रा में लिया जाए, तो शरीर में कुछ विषाक्त प्रभाव हो सकते हैं, जिससे पेट में दर्द, उल्टी, जी मिचलाना, दस्त, और सीने में जलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
साथ ही, कुछ लोगों को नीम से एलर्जी भी हो सकती है और त्वचा पर इसका इस्तेमाल करने से एलर्जिक प्रतिक्रिया शुरू हो सकती है। इसलिए अगर आपको लगता है कि आपको नीम से एलर्जी हो सकती है, तो आपको पहले डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।